MBBS IN CHINA FOR INDIAN STUDENTS EXPLAINED > प्रिय छात्र और अभिभावक, जैसा कि पिछले वीडियो में मैंने बताया था कि चीन में मेडिकल लाइसेंस कैसे प्राप्त करें, आज हम चीन में एमबीबीएस (मेडिकल) की विस्तृत जानकारी साझा करेंगे। यह वीडियो आपको चीन में एमबीबीएस के बारे में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी देगा।
China’s Medical Education System
चीन की शिक्षा प्रणाली में एमबीबीएस के कोर्स की अवधि पांच साल है और इसके बाद एक साल की इंटर्नशिप होती है। यानी कुल मिलाकर यह कोर्स छह साल का होता है। चीन की शिक्षा मंत्रालय ने 2019 में एक नया नियम लागू किया था कि विदेशी छात्रों को केवल 45 विशिष्ट विश्वविद्यालयों में ही क्लीनिकल मेडिसिन की पढ़ाई करने की अनुमति होगी, जहां पूरी पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम में होती है।
Advisory for Foreign Students
चीन की शिक्षा मंत्रालय ने विदेशी छात्रों के लिए 45 विश्वविद्यालयों की एक सूची जारी की है जहां एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी तरह से अंग्रेजी में होती है। यह सुनिश्चित करता है कि विदेशी छात्र किसी भाषा की बाधा का सामना किए बिना अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें। इस सूची में शामिल विश्वविद्यालयों की पूरी जानकारी पीडीएफ लिंक और डिस्क्रिप्शन बॉक्स में उपलब्ध है।
Licensing and Examination Process
विदेशी छात्रों को चीन में मेडिकल लाइसेंस प्राप्त करने के लिए स्थानीय छात्रों के समान नियमों का पालन करना होता है। इसके लिए एक जटिल प्रक्रिया होती है जिसमें जनरल राइटिंग एग्जाम और थ्योरी एग्जाम शामिल हैं। यह एग्जाम दो दिनों में आयोजित होते हैं और इसे पास करने पर ही लाइसेंस मिलता है।
Importance of Learning Chinese Language
चीन में एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद स्थायी डिग्री प्राप्त करने के लिए छात्रों को चीनी भाषा का ज्ञान होना आवश्यक है। इसके लिए उन्हें चीनी भाषा के HSK लेवल 4 को पास करना होता है। यह एक कठिन परीक्षा होती है क्योंकि चीनी भाषा पिक्टोरियल होती है और इसमें कई वर्ण होते हैं।
Advisories from Indian Embassy
भारतीय एंबेसी ने स्पष्ट किया है कि विदेशी छात्रों को केवल 45 सूचीबद्ध विश्वविद्यालयों में ही प्रवेश लेना चाहिए। अन्यथा, उनकी पढ़ाई मान्यता प्राप्त नहीं होगी और उन्हें भारत में एमसीआई परीक्षा देने में कठिनाई होगी।
Conclusion
चीन में एमबीबीएस की पढ़ाई करना एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया हो सकती है, विशेषकर भाषा और लाइसेंसिंग के संदर्भ में। इसलिए, छात्रों को अच्छी तरह से सोच-समझकर और पूरी जानकारी प्राप्त करके ही निर्णय लेना चाहिए। यदि आपको लगता है कि आप इन सभी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं, तभी चीन में मेडिकल पढ़ाई करने का निर्णय लें। अन्यथा, बेहतर है कि आप अन्य विकल्पों पर विचार करें।
Additional Information
इस वीडियो में साझा की गई जानकारी को ध्यान में रखते हुए, हमने आपके लिए एक पीडीएफ लिंक भी उपलब्ध कराया है जिसमें सभी आवश्यक विवरण और सलाह शामिल हैं। आप इस लिंक को डिस्क्रिप्शन बॉक्स में पा सकते हैं।
MBBS IN CHINA FOR INDIAN STUDENTS Final Advice
हमने चीन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की है। यदि आप पूरी तरह से तैयार हैं और आपको विश्वास है कि आप सभी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं, तो ही चीन में पढ़ाई करने का निर्णय लें। अन्यथा, अन्य विकल्पों पर विचार करें और अपनी शिक्षा और करियर के लिए सही निर्णय लें।
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